गोदरेज समूह में फूट : Split in Godrej Group 2023
देश के दिग्गज करोबारी घरो में Godrej का भी नाम आता है, ये कंपनी आज Consumer Products, Agro, Properties, Engineering और Securities के कारोबार है। कंपनी के वैल्यूएशन 1 लाख 75 हजार करोड़ के पार है। कंपनी का 4000 करोड़ का सलाना मुनाफ़ा बनता है। खबर ऐसी है कि Godrej में बंटवारा हो सकता है। Godrej Group की पांच कंपनियां लिस्टेड हैं, इसमें Godrej Industries, Godrej Consumer Products, Godrej Properties, Godrej Agrovet और Astec life Science से शामिल हैं।
इसमे गोदरेज कंजूमर प्रोडक्ट्स सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी है जिसका मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। कुल मिलाकर 5 कंपनी का मार्केट कैप 176 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। फ़िलहाल गोदरेज परिवार में दो ग्रुप है। गोदरेज के मुखिया आदिगोदरेज और उनके भाई नादिर के पास गोदरेज उद्योग और एसोसिएट्स का कमान है। वही Godrej buyers मैन्युफैक्चरिंग कंपनि की कमान आदि गोदरेज के चचेरे भाई जमशेद गोदरेज और इस्मिता कृष्णा गोदरेज के पास हैं।
Godrej Group में ऐसे होने वाली है बटवारा
गोदरेज समूह में फूट – खबर है कि इस ग्रुप की इंजीनियरिंग और सिक्योरिटी, रियल स्टेट और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का वर्टिकल का बंटवारा किया जा रहा है। मोटे तौर पर बटवारे का प्लान किया जा चुका है, कुछ मुद्दों पर पेंच फांसा हुआ है।बंटवारा के बाद Godrej नाम ब्रांड का इस्तमाल किस तरह होना है, रॉयल्टी पेमेंट किस तरह से मैनेज किया जाएगा, इक्विटी का मसला भी सुलझाया जाना है।
इसके अलावा Godrej buyers के पास 3400 एकड़ जमीन पर भी फैसला होना बाकी है। सुत्रो के माने तो टैक्स के पहलू को देखते हुए Godrej buyers के हाथ से जमीन लेना मुश्किल दिख रहा है। इसी बात पर दोनों पक्षो में मतभेद है।
गोदरेज समूह में फूट – Godrej का बटवारा के लिए आये एशिया के दिग्गज बैंकर
Godrej buyers का कारोबार अलाएंसेस, कंस्ट्रक्शन, प्रिसिजन, इंजिनियरिंग, फर्निचर, रिटेलिंग एंड, एयरोस्पेस साहित कई सेक्टर में है। फाइनेंशियल ईयर 2022 में Godrej buyers कि आमदनी 12345 करोड़ थी, इनका नेट प्रॉफिट 472 करोड़ रुपये था, इसके अलावा इस कंपनी के गोदरेज कंज्यूमर में 7.33% और गोदरेज प्रॉपटीज में 3.83% की हिस्सेदारी है।
कंपनी से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि कारोबार के बटवारा (गोदरेज समूह में फूट) से Godrej group के किसी भी कंपनी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बताया जा रहा है कि शीर्ष निवेश बैंकर निमेश कपानी और कॉर्पोरेट लॉयर जिया मोदी इस बटवारे के मामले में जमशेद गोदरेज को सलाह दे रहे हैं। वही एशिया के सबसे अमीर बैंकर उदय कोटक और सिरिल श्रॉफ के लिगल फॉर्म शिरियल अमरचंद मंगल दास ने Godrej की ओर से चर्चा की है।
Godrej Group की शुरुआत बॉम्बे में चोरी रोकने के लिए हुआ
Godrej Group की शुरुआत भारत के आजादी से 50 साल पहले 1897 में हुई थी। गोदरेज ग्रुप की शुरुआत भारत के आजादी से 50 साल पहले 1897 में हुई थी। तब बॉम्बे में चोरिया बहुत होती थी उस समय गोदरेज ग्रुप ने लोगो को ताला बेचना शुरू किया था वही गोदरेज आज काई तरह का बिजनेस करता है। देखते हैं Godrej बंटवारा का मुद्दे का कैसे समाधान होता है। और बात करे चंद्रयान3 की तो इसमे Godrej का बहुत महत्वपूर्ण सहयोग रहा है जो भारत के लिए गर्व की बात थी।
चंद्रयान 3 में Godrej का योगदान
ऐसे में कई सारे महत्वपूर्ण हिस्से Godrej ने चंद्रयान3 को दिए हैं। Godrej ने चंद्रयान 3 के लिए Liquid Propulsion Engine Hardware बनाया है, और दूसरे चरण का अलॉनरेंटेन विकास इंजीन, तीसरे चरण का सीई 20 का हार्डवेयर और लैंडर के लिए थर्स्टर के कंपोनेंट भी चंद्रयान 3 को Godrej ने ही प्रदान किया है, और ये पूरा चंद्रयान 3 उत्पाद एलपीसी को आपूर्ति करता है जो इसे एकीकृत कर विमान में लगाता है।
जिसके चलते चंद्रयान 3 को लॉन्च करने में सफलता मिली, और Godrej के शेयर में काफी अच्छा उछाल देखने को मिला।
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