Bank Of Baroda Shaken By RBI’s Big Decision 2023 | RBI के बड़े फैसले से हिल गया बैंक ऑफ बड़ौदा
भारतीय रिजर्व बैंक का ऑर्डर बैंक ऑफ बरौदा पर भारी पड़ गया, ये ऑर्डर आते ही बैंक ऑफ बरौदा के ग्राहकों और निवेशकों में खलबली मच गई। इस ऑर्डर से कॉस्टेमर्स ही परेसानी में नहीं है, बाल्की इन्वेस्टर्स को भी तगरा झटका लग गया है। इस ऑर्डर के आने से बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर 3.71% की गिरावट का शिकार हुए।
इस गिरावत से बैंक ऑफ बरौदा के शेयर 206 रुपये के लवेल पर आ गया। इस गिरावट से बैंक ऑफ बरौदा के निवेशक के 1.07 लाख करोड़ रुपये डूब गए। लेकिन भारतीय रिज़र्व बैंक ने ऐसा क्या आदेश दिया कि बैंक ऑफ बरौदा के लिए इतना भारी पड़ गया। चलिए बताते हैं आपको पूरी खबर।
बैंक ऑफ बरौदा की ओर से गड़बड़ी
Bank Of Baroda Shaken By RBI’s Big Decision : 10 अक्टूबर को रिज़र्व बैंक ने बैंक ऑफ बरौदा को अपने वर्ल्ड मोबाइल एप्लीकेशन पर नए कॉस्टोमर को लेने से रोक दिया है। रिज़र्व बैंक ने कहा कि बैंक पर एक्शन लेने का कारण कुछ सामग्री और सुपरवाइजरी चिंता है जिसका पता है इस मोबाइल एप्लीकेशन पर कॉस्टोमर्स को जोड़ने के तौर पर तरीके से चल रहा है। बस इस आदेश को आने से ही बैंक के ग्राहक और निवेशक परेशान हो गए।
जब 11 अक्टूबर को बाजार खुला तो बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर औधे मुंह गिर गए। ग्राहकों को डर इस बात का है, कि इस आदेश से इनके अकाउंट पर कोई संकट तो नहीं होने वाला है। हालांकी 11 अक्टूबर को बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से एक बयान जारी कर इन चिंताओं को खारिज करने की कोशिश की गई है। बैंक ऑफ बरौदा ने इस बयान में कहा है कि RBI बैंक की चिंता को दूर करने के लिए उपाय शुरू कर दिए है।

बैंक ने कहा है कि इस खामियो को दुर करने के लिए भी कदम उठाए हैं। बैंक ने ये भी कहा है कि RBI के निर्देश से मौजुदा कॉस्ट्यूमर्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अब आपको बताते हैं कि बैंक ऑफ बरौदा का वर्ल्ड ऐप का मसला क्या है, जिसने आरबीआई और बैंक ऑफ बरौद दोनों को उलझन में डाल दिया है चलिए पूरी बात बताते हैं आपको।
रिपोर्टर के मुताबिक बैंक ऑफ बरौदा की गड़बड़ी
Bank Of Baroda Shaken By RBI’s Big Decision : असल में रिपोर्टर और कैलेक्टिव और अलजजीरा ने मिलकर इस साल 11 जुलाई को बैंक ऑफ बरौदा पर एक रिपोर्ट छपी थी, इस रिपोर्ट में विसलब्लोअर के ओर से बताया गया था कि किस तरह से बैंक ऑफ बरौदा के ऑफिस पर बैंक ऑफ बरौदा वर्ल्ड आप के लिए कॉस्टेमर्स के मोबाइल पर इंस्टॉल करने का प्रेसर था। और इसके लिए उन्हें बड़ी अनिमितताओ का सहारा लिया।
इसमे बैंक के अधिकारी और कर्मचारी ने ऐसे बैंक खातो कि लिस्ट निकाली जोकी मोबाइल नंबर से लिंक नहीं था। इन खातो को बैंक स्टाफ, सिक्योरिटी, और यहां तक कि सफाई कर्मचारियों के मोबाइल नंबर को लिंक करवाया गया। उसमें एक अधिकारी ने तो दूसरे बैंक खाते से मोबाइल नंबर को लिंक करा दिया, इस नंबर पर ओटीपी आना था और इस तरह से खाते को ऐप से जोर दिया गया।
बाद में कॉस्टमोर्स को डीरजिस्टर कर दिया गया, यह नंबर को फ़िर से दूसरे बैंक खातो से लिंक करा दिया गया यही कहानी दोहराई गई। इस तरह से बैंक ऑफ बड़ौदा ने इस ऐप सफल बनाने की कोशिश में बड़े लेवल पर अनिमितताये की गई। इस गरबारियो के बारे में बैंक ऑफ बड़ौदा के ही कुछ अधिकारियों ने बड़े अधिकारियों को मेल पर जानकारी दी।
देश की काई राज्यो में बैंक ऑफ बरौदा में गड़बड़ी के लिए आवेदन लगाए गए। ये पूरा मामला रोशनी में आने से रिज़र्व बैंक शतर्क हो गया। उसके बाद रिजर्व बैंक ने ग्राहकों की चिंता को देखते हुए बैंक ऑफ बड़ौदा को नए ग्राहक BoB वर्ल्ड ऐप पर शामिल करने से रोक दिया।
अब देखना ये होगा कि ग्रहांक को भरोसा देने से ग्राहक की फिक्र दूर हो जाएगी। क्या ये बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयरधारको को ये भरोसा शाहस दे पाएगा। और साथ ही बैंक इन अनिमितताये की जांच करेगा और इन गरबारियो को दुर करने की कोशिश की जाएगी। बड़े सवाल ये भी हैं कि जिन खाताधारकों को उनकी जानकारी के बिना दूसरे नंबर से लिंक किया गया है उन्हें किस तरह से मदद की जाएगी।
अगर आप किसी भी स्टॉक में निवेश करने की सोच रहे हैं तो अपने निवेशक सलाहकार से सलाह जरूर लें।