ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट पर अडानी ग्रुप का सबसे बड़ा निवेश | Green Hydrogen Project 2023
भले ही हिडेनबर्ग अडानी मामले में हर रोज नये ट्विस्ट आ रहे हो और अडानी ग्रुप के लिए पूरी तरह से चीजे सामान्य नहीं हो लेकिन गौतम अडानी एक ऐसे बिजनेसमैन हैं जो इस तरह के मुस्किलो में भी अपने कारोबार को बढ़ाते हैं और रफ्तार बरकारर रखने के लिए जाने जाते है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट सेबी जांच, और एक के बाद एक दुनिया भर के अरोपो के बीच भी वे अपने भारी भरकम करोरोबार को बड़े मुस्तैदी से संभाले हुए है। अब उन्होन एक ऐसा बड़ा फैसला किया है जो उनकी करोबारी महारथ को दिखाता है।
अदानी ग्रुप और कोवा होल्डिंग ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट(Green Hydrogen Project) पर हुए एक साथ
असल में गौतम अडानी ने अब बड़ा दाऊ चला है ग्रीन हाइड्रोजन करोबार में अदानी ग्रुप की एक flagship company अदानी इंटरप्राइजेज की सहायक है अदानी ग्लोबल पीटीई लिमिटेड सिंगापुर, अदानी ग्रुप, ने कोवा होल्डिंग्स एशिया पीटीई लिमिटेड के साथ एक ज्वाइंट वेंचर बनाया है। ये ज्वाइंट वेंचर ग्रीन अमोनिया, ग्रीन हाइड्रोजन, और इसके डेरिवेटिव की बिक्री और मार्केटिंग के लिए बनाया गया है।
ये Joint Venture जापान, ताइवान और हवाई जैसे इलाको में ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen Project) और दूसरे प्रोडक्ट्स की बिक्री करेगी,कंपनी ने एक स्टेटमेंट में कहा है कि ये अडानी ग्रुप के साथ लंबे समय तक मार्केटिंग और ट्रेडिंग के रिलेशनशिप का प्राकृतिक और स्ट्रेटजिक विस्तार है। अडानी ग्रुप का ग्रीन हाइड्रोजन प्लेटफॉर्म अडानी न्यू इंडस्ट्री लिमिटेड यानी ANILके नाम से जाना जाता है।
ये कंपनी ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen Project) प्रोडक्ट्स और इसे बनाने वाले दूसरे प्रोडक्ट के उत्पादन पर काम कर रही है। ANIL का पहला प्रोजेक्ट 10 लाख टन सलाना ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करना है, कंपनी इस काम को पूरा करेगी और ये प्रोजेक्ट गुजरात में लगाया जा रहा है। कंपनी ने कहा है कि इसका पहला फ़ेस वित्तीय वर्ष 2027 से शुरू कर देगा, मार्केट इस्तिथियो के अनुरूप ANILका मकसद अपनी क्षमता को बढ़ा कर अगले 10 साल में 30 लाख टन सलाना उत्पादन पर पहुचना है, कंपनी इसपर करीब 50 अरब डॉलर का निवेश करेगी।
गौतम अडानी कर रहे हैं 50 अरब डॉलर का निवेश ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट पर
कंपनी ने कहा है कि ANIL की रणनीति तीन करोबारी स्ट्रिम्स में हाइड्रोजन इकोसिस्टम को तैयार करने की है, इसमे सुप्लाई चेन प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग सामिल है। जिसमें शॉलर, पॉली सिलिकॉन, इंजर्ट, वेफर, सील और मॉड्यूल, टर्बाइन जर्नेटर, इलेक्ट्रोलाइजर और एनसेलियारी जैसे आइटम आते हैं इसके अलावा ग्रीन हाइड्रोजन जेनरेशन और डाउन स्ट्रीम्स डेरिवेटिव उत्पाद भी इस रणनति का हिसा है। डेरिवेटिव्स प्रोडक्ट में ग्रीन अमोनिया ग्रीन मिथेनॉल, सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल जसे उत्पद सामिल है, यानि ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen Project) पर अदानी ग्रुप ने एक बड़ा दांव चलने की तैयारी कर ली है, और अदानी ग्रुप हिंडनबर्ग रिपोर्ट से पैदा हुई अर्चन से बेफिक्रा होकर अपने ग्रीन हाइड्रोजन कारोबार पर आगे बढ़ रहा है।
हिंडनबर्ग अडानी मामले की जांच
अडानी ग्रुप पर लगे अरोप की जिम्मेदारी सुप्राइम कोर्ट ने सेबी को सौंपी है,सेबी का सुप्रीम कोर्ट को सौपी गाई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमे 24 प्वाइंट पर अडानी मामले की जांच की जा रही है, इसमे से 22 प्वाइंट पर जंच पूरी हो गई है जबकी 2 प्वाइंट पर जांच पेंडिंग है।
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