Israel-Hamas War Has Huge Impact On Suzlon 2023 | इज़राइल हमास युद्ध से Suzlon पर पारा भारी असर

Israel-Hamas War Has Huge Impact On Suzlon 2023 | इज़राइल हमास युद्ध से Suzlon पर पारा भारी असर

जराइल हमास युद्ध ने दुनिया भर के बजार का मूड खराब कर दिया है। इस युद्ध के कारण से स्टोक्स में अच्छी खासी गिरावत देखने को मिली। निवेश का पसंदीदा स्टॉक 5% तक टूट गया। सुजलॉन अपने हाई से यानी 28.35 रुपये से टूट कर 27.65 रुपये पर क्लोज हुआ था। लेकिन इस स्टॉक में ऐ बिकवाली का कारण कुछ और है। क्या है पूरी खबर विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं।

Suzlon को ASM फ्रेमवर्क में रखा गया

Israel-Hamas War Has Huge Impact On Suzlon 2023 : दर असल Suzlon को 9 अक्टूबर 2023 से डायरेक्ट स्टेज 4 ASM फ्रेमवर्क में रखा गया है। अब ASM फ्रेमवर्क क्या होता है आइए इसको भी समझने की कोशिश करते हैं। ASM का मतलब अतिरक्त निगरानी का उपाय है। बाजार नियम यानी भारतीय प्रतिभूति विनियम बोर्ड और विनियम बोर्ड यानी सेबी की ओर से एक्सचेंज निवेशको के हित के रक्षा करने के लिए इस तरह के कदम को उठाते है।

एएसएम फ्रेमवर्क में स्टॉक को डालने से शेयर की कीमत में बदलाव यानी भारी उतार चढाव को नियंत्रण किया जाता है। इस फ्रेम वर्क में आने के बाद स्टॉक की तरलता भी प्रभावी होती है। बतादे एएसएम 4 फाइनल स्टेज है, सभी क्लिंट्स के लिए मार्जिन का जो रिक्वायरमेंट है वो 100% तक बढ़ा दी जाती है। जबकी स्टॉक के लिए प्राइस बैंड 5% तक सीमित हो जाता है।

हालांकी ASM फ्रेमवर्क में आने से किसी भी शेयर का कॉर्पोरेट एक्शन प्रभावित नहीं होता है। अब इस फ्रेमवर्क में आने से मार्केट एनालिस्ट का क्या कहना है आइए समझते हैं।

एनालिस्ट के अनुसर ASM फ्रेमवर्क में लिस्टिंग होने से क्या होता है

Israel-Hamas War Has Huge Impact On Suzlon 2023 : HDFC सिक्योरिटी के मुताबिक ASM लिस्ट के तहत स्टॉक रखा गया है या कोई भी स्टॉक ट्रेडर के लिए कम सक्रिय हो जाता है। ASM लिस्ट में आने पर किसी भी स्टॉक में ऐसे मुनाफ़ा वसुली देखी जाती है। हालाकी HDFC सिक्योरिटी का मनना है कि ट्रेडर्स की मुनाफ़ा वसुली ख़तम होने पर स्टॉक्स की कीमत कुछ दिनों में स्थिर भी हो सकती है।

अब आइए दूसरे एक्सपोर्ट पर, KOTAK इंस्टीट्यूशनल के अनुसर SUZLON को अपने मौजुदा स्टॉक प्राइस के लिए 5-8 गीगा वॉट सलाना विंड टरबाइन क्षमता देने की जरूरत होगी। हलाकि एक्सपर्ट्स का ये भी मनना है कि कंपनी की तरफ से कर्ज कटौती योजना ऑर्डर फ्लो से भी निवेश का भडोसा बढ़ा है।

भारत सरकार को रेन्युबल एनर्जी पर जोर देने से Suzlon का फ़ायदा

बता दे हाल ही में ग्लोबल एनर्जी की बात की जा रही है और एक नई एनालिसिस में ये कहा गया है कि साल 2032 तक भारत का दो तिहाई बिजली उत्पादन शोलर और विंड एनर्जी से आएगा। इसमें ये भी कहा गया, अगर भारत अपने नवीकरण ऊर्जा के लक्ष्य को पूरा करने में सफल रहा तो देश इस अहम उपलब्धि को हासिल कर सकता है।

Israel-Hamas War Has Huge Impact On Suzlon
Israel-Hamas War Has Huge Impact On Suzlon

भारत सरकार लगातर रेन्युबल एनर्जी पर जोर दे रही है। और इसके लिए तमाम तरह की सुविधा मुहैया करा रही है। यही वजह है कि साल 2017 से शोलर पावर में बड़ा उछाल आया है। 2017 में भारत के कुल ऊर्जा उत्पादन में शॉलर पावर का हिसा महज़ 1% था। अगर देश में 14वां राष्ट्रीय विद्युत संयंत्र यानी NEP 14 के लक्ष्य को पूरा करने में सफल रहता है,

तो 2012-22 में सोलर पावर की हिस्सेदारी 5% से 2031-32 तक 25% तक पहुंच सकती है। यानी देश शोलर एनर्जी में तगरी ग्रोथ हासिल कर सकता है।और इसका सबसे ज्यादा फायदा SUZLON को होगा। अब जाते-जाते सुजलॉन का भविष्य कैसा रहेगा ये भी जान लीजिये।

Suzlonका कारोबार

सुजलॉन का शेयर 9 अक्टूबर को 5% गिरकर 27.65 रुपये पर बंद हुआ था। 1 महीने में इस निवेश को 15% का रिटर्न दिया है, वहीं 6 महीने में निवेश को चांदी कर दी है, इस 6 महीने में निवेश को 243.48% का रिटर्न दिया है। है .अब हमने इस शेयर से पहले हर तरह की खबर दी है अगर निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।

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