Nvidia बनाएगा इंडिया को सेमीकंडक्टर पावर 2023
एनवीडिया एक अमेरिकी कंपनी है जो चिप बनाने का काम करती है, ये खास तरह के चिप बनाती है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि AI Nvidia के इस समय में इस कंपनी के चिप के लिए मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है रिलेंस ने इस कंपनी से पार्टनरशिप कर ली है ,बड़ी बड़ी कंपनी में एनवीडिया से डील करने की होर मची है।
अमेरिका के अलावा सऊदी अरब और यू ई जैसे देश की कंपनी भी एनवीडिया से चिप खरीदने के लिए बेताब रहती है, एनवीडिया कंपनी के चिप का चिन में भारी डिमांड रहती है, चिन के कंपनी टेंसेट और अलीबाबा भी ऐ चिप के लिए एनवीडिया के दरवाजे पर खड़ी है है . अमेरिका और चीन के तनाव पूर्ण रिश्तों के बीच अमेरिका ने NVIDIA सहित चीन में AI चिप एक्सपोर्ट प्रतिबंध करने का आदेश दिया है।
एनवीडिया अमेरिका बेस्ड चिप कंपनी है। एनवीडिया के सुरुआत 30 साल पहले 1993 में हुई थी, ये कंपनी भारत में 2004 से शुरू करना शुरू किया था। ये कंपनी के चिप ऑटोमेटिव और मोबाइलकंप्यूटिंग मार्केट में सबसे पहले होती है। चिप के अलावा गेमिंग इंडस्ट्री और प्रोफेशनल मार्केट के लिए ग्राफिक प्रॉसेसिंग यूनिट भी बनती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सेक्टर में कंपनी बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है।
इसे ऐसे समझ सकते हैं कि खास तौर पर ये कंपनी कंप्यूटर के लिए चिप बनाती है सी पी यू यानी सेंट्रल प्रॉसेसिंग यूनिट सीपीयू कंप्यूटर का दिमाग है इसी तरह उसका दूसरा हिसा होता है जी पी यू यानी ग्राफिक प्रॉसेसिंग यूनिट कंप्यूटर पर जो ग्राफिक दिखता है उसके पीछे जी पी यू काम करता है है, इंटेल के चिप कंप्यूटर केली जबकी एनवीडिया के चिप जीपीयू के लिए काम करती है।
मुकेश अंबानी ने एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) में की बड़ी तैयारी
मुकेश अंबानी यू ही नहीं एशिया के सबसे अमीर करोबारी है, ये हर उस सेक्टर में अपना रास्ता बना रहे हैं जहां भविष्य में , बहुत ज्यादा मांग रहने वाला है जिस कारोबार से वो दुनिया के सबसे अमीर सक्स बन सके, रिलायन्स ने इसमे धमाल मचाने की तैयारी शुरू कर दी है। रिलायंस ने अमेरिकी कंपनी एनवीडिया के साथ infrastructure तैयार करने के लिए के लिए पार्टनरशिप कर लिया है।
रिलायंस को Nvidia G H 200 Greece Hopper Super chip और D G S Cloud उपलब्ध करायगी, ये क्लाउड में एक ए आई सुपर कंप्यूटर सर्विस है। , जीएच 200 Computing आर्किटेक्चर में बड़े बदलाव का प्रतीक है, जो विशाल मामोरी Bandwidth देता है, इस तकनीक को साझा करने का मतलब भारत में एडवांस इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है।
AI को भविष्य का तकनीक मना जा रहा है, भारत में अभी से ही इस तकनीक को इस्तेमाल करना शुरू हो गया है, और आने वाला समय में रोजमररा के काम को आसान बनाने में काफी मदद करेगा ऐसे में रिलायंस जियो भारत में इसके विस्तार के लिए 45 करोड़ अपने जियो यूजर्स के लिए आवेदन तैयार करेगा। आने वाला समय में Artificial Antelligence का हर सेक्टर में इस्तमाल का मांग बढ़ेगा, इस तकनीक के इस्तेमाल से बहुत फ़ैदा मिलने वाला है,
इस तक़नीक से देश का मेडिकल सेक्टर में सबसे ज़्यादा फ़ायदा होने वाला है
खेल के छेत्र में इस से बहुत तकनीक फ़ायदा होगा,,खिलाड़ी इस तकनीक के जरिये अपनी परफॉर्मेंस पर नज़र रख सकेंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से स्कूल और कॉलेज से लेकर कृषि छेत्र से जुरे नागरिक को भी काफी फायदा होगा, किसान को मौसम कि जानकारी और फसल की कीमत की जानकारी मिल जा
एनवीडिया के बात करे तो ये एक अमेरिकी कपनी है, जिसका सिलिकॉन वैली मे मुख्यालय है, कंपनी का ताइवान संस्थान है, ये कंपनी बहुत बड़ी मात्रा में चिप बनाती है, एनवीडिया में नई वर्ष 2004 में भारत में परिचलन शुरू किया था, इस कंपनी के चार इंजीनियरिंग विकास केंद्र ग्रुग्राम, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु में है। केंद्र में लगभग 3800 कर्मचारी काम करते हैं| हालांकी निवेशक को कोई भी शेयर में पैसा लगाने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर ले।
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