SBI Downgraded In UBS Brokerage Form Report 2023 | UBS ब्रोकरेज फॉर्म के रिपोर्ट में SBI की रेटिंग डाउनग्रेड हुई
ग्लोबल ब्रॉकरेज फॉर्म UBS ने देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक की रेटिंग डाउनग्रेड कर दिया है। साथ ही टारगेट प्राइस को भी कम कर दिया है। इसके साथ ही ग्लोबल ब्रॉकरेज फॉर्म ने देश के पूरे बैंकिंग सेक्टर पर न्यूट्रल रेटिंग दी है। आइए इस खबर में जानते हैं क्या कहना है इस ग्लोबल ब्रॉक्रेज फॉर्म का। और इसके पीछे क्या है वजह?
UBS Brokerage Form Report 2023
SBI Downgraded In UBS Brokerage Form Report : स्वीटजारलैंड हेड क्वाटर वाली इन्वेस्टमेंट बैंक और फाइनेंशियल सर्विस फॉर्म UBS ने SBI के रेटिंग को डाउनग्रेड करते हुए इसे bay से sell कर दिया है। बता दे ये पहली बार है जब UBS ने बैंक को समान रेटिंग दी है। UBS ने इसके साथ ही SBI के शेयरो के प्रोफर्मेंस पर बियरिश आउटलुक रखते हुए, टारगेट प्राइस को भी घटा दिया है।
और इसे 740 से घटाकर 530 रुपये कर दिया है। UBS ने इस रेटिंग के बदलाव के पीछे काई करणो का हवाला दिया है। और बैंक के भविष्य के प्रोफर्मेंस को लेकर अपनी बढ़ती चिंता को जाहिर भी किया है।
UBS Brokerage Form Report में SBI का रेटिंग डाउनग्रेड
UBS का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024 में रिटर्न अनुपात अपने चरम पर यानी कि पिक पर होगा।हलाकी वित्त वर्ष 2025 में गिरावत की संभावना है। दरसल रिपोर्ट में रिटेल लोन डिफॉल्ट खासकर अनसिकोर लोन में इसके बढ़ने की संभावना जाहिर की गई है। जो वित्तीय वर्ष 2025 में SBI के लिए ऋण लगत यानी कि ऋण लागत बढ़ सकती है।

UBS ने आगे अपनी रिपोर्ट SBI के क्रेडिट कोस्ट में अच्छी खासी बढ़ोतरी की भविष्यवाणी की है। आईएस रिपोर्ट में फाइनेंशियल 2025 में 85 bps की बढ़त का अनुमान लगाया गया है। जबकी वित्तीय वर्ष 2023 में ये 56 bps था। वही वित्तीय वर्ष 2024 के लिए उनका पिछला अनुमान 65 bps था। UBS के विश्लेषक ने SBI के मार्जिन को मौजुदा अस्तरो के करीब सिमित रहने का अनुमान लगाया है।
एनालिस्ट का मनना है कि बढ़ते क्रेडिट कोस्ट और बढ़ती चुनौती पूर्ण आर्थिक महौल के करण SBI का मार्जिन दायरे में सिमित रहेगा। UBS के अनुसार वार्षिक वित्त वर्ष 2025 तक SBI का एसेट पर रिटर्न यानी ROA 0.72% और इक्विटी पर रिटर्न यानी ROE 11.7% तक कम हो सकता है मतलब यह कि आकड़े लेस फेरेबल आउटलुक के तरफ इशारा कर रहे हैं।
SBI का करोबार स्थिति
SBI के शेयर की अगर बात करें तो 13 अक्टूबर को करीब 1% की गिरावट के साथ ये 577 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, पिछले 1 महीने में शेयर पर 1.20% की गिरावट आई है। हालांकी 6 महीने में बैंक के शेयर 8.2% की ग्रोथ देखी गई है। इस साल शेयर अब तक 5% गिर चुका है। और 5 साल में ये शेयर 121% का रिटर्न देकर निवेश को मालामाल कर दिया है।

SBI का 52 सप्ताह का हाई 629.55 रुपये है और 52 सप्ताह का लो 499.35 पैसे का है। बता दे हाल ही में RBI ने मौद्रिक नीति का ऐलान करते हुए रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया था। लेकिन इसके अलावा RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक बड़ा बयान दिया था। RBI गवर्नर ने पर्सनल लोन को लेकर एक बड़ी बात कही थी।
उन्हें कहा था कि असुरक्षित व्यक्तिगत ऋण में तगरी तेजी देखने को मिल रही है। और ये स्थिति चिंता करने वाली है। आरबीआई गवर्नर ने बैंको और NBFC को पार्सोनल लोन दिए जाने को लेकर सचेत भी किया। उन्हें हिदायत दी गई कि पर्सनल लोन देते वक्त सचेत रहने की जरूरत है। इस बयान के बाद ग्लोबल ब्रोकरेज कंपनी यूबीएस ने एसबीआई सहित दूसरे बैंको पर भी अब रेटिंग को घटा दिया है।
साथ ही UBS ने पुरे बैंकिंग क्षेत्र पर न्यूटल रेटिंग दी है। रिपोर्ट में SBI के अलावा खासर AXIS Bank और KOTAK MAHINDRA Bank की रेटिंग को डाउनग्रेड कर दिया गया है। और टारगेट प्राइस को भी घटाया गया है।
ये हमारी खबर आपकी जानकारी के लिए है। अगर आप कहीं भी निवेश करना चाहते हैं तो पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
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