Vedanta’s demerger makes investors rich : वेदांता का डीमर्जर से निवेशक मालामाल
Vedanta’s demerger makes investors rich : वेदांता अनिल अग्रवाल की मशहूर कंपनी है ये दुनिया भर में झंडा गारे है, उसके बाद भारत में आ के अपना करोबार शुरू किया और वो तमाम metals का बिजनेस इसमे बड़ी कंपनी है। वेदांता ने एलान कर दिया है कि वो डिमर्जर और बड़ी डिमर्जर करने जा रही है, वेदांता अपने पांच अलग-अलग वर्टिकल खरे कर रहे हैं, इस वक्त जो कंपनी अभी मौजुद है इसके अलावा 5 नई कंपनी खरी हो जाएगी, और कुल मिलाकर छह कंपनी अब बाजार में सूची होगी।
ये Vedanta ltd के बोर्ड ने अप्रूवल दिया है इसको पीछे का ये तर्क है वेदांता को डिमर्ज करने से हर वर्टिकल में तेज ग्रोथ की संभावना पूरी होगी और साथ में price अनलॉक होगी। अगर इस करोबार को स्वाभाविक तौर पर देखें तो इसका काफी बड़ा करोबार है, इसमे से हर बिजनेस का अपना बाजार है अपनी डिमांड और सप्लाई सेट्यूशन है। साथ ही मे उत्पादन बढ़ाने के लिए अलग-अलग टेक्नोलॉजी इस्तेमाल हो सकती है। ये अनिल अग्रवाल ने कहा आपने बोर्ड मिटिंग में ।
कंपनी ने जो कहा है अपने बोर्ड मिटिंग में उसके हिसाब से अब वेदांता की छह कंपनियां हैं, वेदांता एल्युमिनियम, वेदांता ऑयल एंड गैस, वेदांत पावर, वेदांता स्टील, वेदांता मेट्रिअल्स, वेदांता बेस मैटल्स और वेदांता लिमिटेड होल्डिंग कंपनी। वेदांता ने ये भी बताया है कि ये जो डिमर्जर पालन है ये बिल्कुल सीधा वर्टिकल स्प्लीट होगा इसमें कोई पेंच नहीं है।
निवेशक होंगे मालामाल : Investors will be rich
वेदांता ने ये घोषणा की है कि जिस निवेशक के पास 1 शेयर है उसको पांच शेयर और मिल जाएंगे यानी कि कुल मिलाकर छह शेयर हो जाएंगे। कंपनी ने ये भी कहा है कि वेदांता का डिमर्जर हो जाने से हर नई कंपनी के पास ज्यादा आजादी होगी कि वो अपनी नई संभावनाओं को और विस्तार करे और इनकी जो क्षमता है उसके लिए पूरा काम करे और वो बाजार में अपनी असली किमत हासिल करे।
अनिल अग्रवाल जी ने कहा है कि जो सिद्धांत है वेदांता के वो अपने सिद्धांत के लिए समर्पित रहेंगे और हम भविष्य के लिए बेहतर की तरफ बढ़ते रहेंगे।
हिंदुस्तान जिंक के प्रस्ताव में :In the proposal of Hindustan Zinc
वेदांता के एक सब्सिडी है हिंदुस्तान जिंक ने स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी भेजी है कि उसके बोर्ड ने तय किया है कि वो कॉर्पोरेट रीस्ट्रक्चरिंग के विकल्प पर विचार करें ग्रोथ को अनलॉक करने के लिए, फिर से ये जिंक,सिल्वर, एलईडी , रीसाइक्लिंग के करोबार को अलग एंटीटिस में बदलने पर विचार करेंगे, यही इनका विचार है,
तो यही अब जो संभावना है कि वो कोशिश करेंगे की इस करोबार को अलग अलग कर के, ये जो प्रस्ताव आया है इसको मंजूर किया जाएगा। इसके मंजुरी के लिये तमाम तरह के अप्रूवल सरकार से लेने होते हैं, उसके बाद एक तारीख आएगी तब जाके वेदांता को डीमर्जर का मुर्त रूप दिया जाएगा उसके बाद जिसके पास 1 शेयर उसके पास 6 शेयर हो जाएंगे।
खबर आने से शेयर करने में तेजी
ये खबर आने से वेदांत का शेयर 7% उछला और 222.50 पर बंद हुआ बीएसई में पिछले 7 दिनों से शेयर लगातर गिर रहा था और ये खबर ने इस गिरावत को तोड़ा ये 2023 का सबसे अच्छा दिन था इस शेयर के लिए, हिंदुस्तान जिंक भी इसके साथ करीब 6% की उछाल दिखाई है और वह 317.50 पर रुका है।
वेदांता की एक और खास बात है कि वह बहुत ज्यादा देती है, इसके चलते इन्वेस्टमेंट भी इसको काफी पसंद करते हैं लेकिन अब इन्वेस्टरो को ये हिसाब लगाना होगा कि वो अब कौन सी कंपनी होगी जिसका पास डिवेडेंट का फायदा होगा।
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